Asian Paints Share में 11 नवंबर को बड़ी गिरावट देखी गई, जब Q2FY25 में कंपनी का प्रदर्शन उम्मीदों से कम रहा। कठिन बाजार स्थितियों और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते कंपनी को संघर्ष करना पड़ा। सुबह 9:20 बजे तक, Asian Paints share 7% से अधिक गिरकर Rs 2,565 पर ट्रेड कर रहा था। इस साल अब तक, स्टॉक लगभग 25% गिर चुका है, जबकि Nifty 50 में 10% की वृद्धि हुई है।
वित्तीय फर्मों की प्रतिक्रिया और Target Price में कटौती
प्रमुख वित्तीय फर्मों ने Asian Paints के प्रदर्शन को लेकर चिंता जताई है। JPMorgan ने स्टॉक को ‘Neutral’ से घटाकर ‘Underweight’ कर दिया और इसके target price को Rs 2,800 से घटाकर Rs 2,400 कर दिया। कंपनी के बड़े ऑपरेटिंग मिस को मुख्य मुद्दा बताया गया, क्योंकि इसका profit-before-depreciation, interest, and tax (PBDIT) margin Q2FY25 में 20.3% से घटकर 15.5% रह गया। CEO अमित सिंगल ने बताया कि यह कमी पिछले साल की गई कीमतों में कटौती, उच्च कच्चे माल की कीमतें और बढ़ते बिक्री खर्च के कारण हुई। इन चुनौतियों ने Asian Paints share पर भारी दबाव डाला है, जिससे तिमाही के कमजोर वित्तीय नतीजे सामने आए हैं।
CLSA ने भी ‘Underperform’ रेटिंग को बरकरार रखते हुए target price को घटाकर Rs 2,290 कर दिया। CLSA ने कमजोर उपभोक्ता भावना का हवाला दिया, क्योंकि Q2FY25 में Asian Paints की revenue 5.3% साल-दर-साल घटकर Rs 8,003 करोड़ पर आ गई, जो Moneycontrol के सर्वेक्षण में अनुमानित Rs 8,528 करोड़ से कम थी। कंपनी का net profit भी 42.4% की बड़ी गिरावट के साथ Rs 694.64 करोड़ रह गया, जो अनुमानित Rs 1,205 करोड़ से काफी कम था। CLSA ने कहा कि कंपनी की sales growth प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले पिछड़ रही है, जिससे Asian Paints share पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है।
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क्या Asian Paints Share FY25 की दूसरी छमाही में सुधार कर पाएगा?
Nomura ने भी Asian Paints पर अपनी रेटिंग को ‘Neutral’ कर दिया और target price को Rs 2,850 से घटाकर Rs 2,500 कर दिया। Nomura के अनुसार, प्रतिस्पर्धियों ने उच्च-मूल्य वाले उत्पादों पर ध्यान केंद्रित किया, जबकि Asian Paints ने कम-मार्जिन वाले उत्पादों जैसे putty और distemper पर जोर दिया, जिससे revenue पर असर पड़ा। Nomura ने यह भी कहा कि जबकि वर्ष की दूसरी छमाही में वॉल्यूम में सुधार हो सकता है, कुल sales और EBITDA कमजोर बने रहने की संभावना है।
Morgan Stanley और Jefferies जैसी अन्य फर्मों ने भी Asian Paints share पर सतर्क दृष्टिकोण बनाए रखा है। Morgan Stanley ने मौसम के प्रतिकूल प्रभाव और मांग में कमी का हवाला दिया, जबकि Jefferies ने प्रतिस्पर्धी दबाव और कंपनी के व्यापक underperformance पर चिंता जताई।
जैसे-जैसे Asian Paints share चुनौतियों का सामना कर रहा है, निवेशक इस पर नजर रखेंगे कि क्या कंपनी FY25 की दूसरी छमाही में अपने प्रदर्शन में सुधार ला पाएगी। उत्पाद मिश्रण को बेहतर बनाने और परिचालन लागतों का प्रबंधन करने पर ध्यान केंद्रित करना, आने वाले तिमाहियों में Asian Paints के लिए गति हासिल करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
FAQs
Asian Paints share में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
Asian Paints share में गिरावट का मुख्य कारण Q2FY25 में कंपनी का कमजोर प्रदर्शन है। कठिन मांग स्थितियों, बढ़ती प्रतिस्पर्धा, कच्चे माल की ऊंची कीमतों और बढ़ते बिक्री खर्चों ने कंपनी की लाभप्रदता को प्रभावित किया है।
प्रमुख वित्तीय फर्मों ने Asian Paints share पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
प्रमुख वित्तीय फर्मों जैसे कि JPMorgan, CLSA, और Nomura ने Asian Paints share पर नकारात्मक रुख अपनाया है। JPMorgan ने इसे ‘Underweight’ कर target price को Rs 2,400 कर दिया, जबकि CLSA ने ‘Underperform’ रेटिंग के साथ target price को Rs 2,290 और Nomura ने ‘Neutral’ रेटिंग देते हुए Rs 2,500 कर दिया है।
क्या FY25 की दूसरी छमाही में Asian Paints share में सुधार की संभावना है?
विश्लेषकों का मानना है कि Asian Paints share में FY25 की दूसरी छमाही में कुछ सुधार हो सकता है, लेकिन कुल बिक्री और EBITDA में बहुत तेजी की संभावना कम है। उत्पाद मिश्रण को बेहतर बनाना और परिचालन लागत का प्रबंधन इसमें सुधार लाने के महत्वपूर्ण कारक हो सकते हैं।