Jharkhand | Pradhan Mantri Awas Yojana Gramin: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 सितंबर 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 32,000 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के तहत स्वीकृति पत्र वितरित किए। साथ ही उन्होंने 46,000 लाभार्थियों को उनके नए घरों की चाबियां सौंपी। इस योजना के तहत झारखंड में 1,13,400 गरीब परिवारों के लिए घरों की मंजूरी दी गई है।
प्रधानमंत्री ने 32 करोड़ रुपये की पहली किस्त भी जारी की, जिससे लाभार्थियों को उनके नए घर बनाने में मदद मिलेगी। यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब और बेघर लोगों को एक सुरक्षित और स्थायी घर देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण का इतिहास
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) की शुरुआत 2016 में ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई थी। यह योजना इंदिरा आवास योजना का सुधारित रूप है, जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में आवास की कमी को दूर करने के लिए बदला गया। इस योजना का उद्देश्य 2024 तक हर गरीब परिवार को एक पक्का घर प्रदान करना है।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभ
PMAY-G के तहत लाभार्थियों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं:
- आर्थिक सहायता: इस योजना के तहत लाभार्थियों को 1.20 लाख रुपये (साधारण क्षेत्रों के लिए) और 1.30 लाख रुपये (पहाड़ी और दूरदराज क्षेत्रों के लिए) की आर्थिक सहायता दी जाती है।
- शौचालय निर्माण: योजना में शौचालय निर्माण के लिए अलग से सहायता दी जाती है, जिससे स्वच्छता को बढ़ावा मिलता है।
- मनरेगा के तहत मजदूरी: प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत घर बनाने के लिए मनरेगा के तहत मजदूरी भी प्रदान की जाती है, जिससे ग्रामीण लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलते हैं।
- सौर ऊर्जा और बिजली कनेक्शन: योजना के अंतर्गत निर्मित घरों को सौर ऊर्जा और बिजली कनेक्शन से भी जोड़ा जाता है, जिससे ग्रामीणों को स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त होती है।
झारखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण की प्रगति
झारखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 1,13,400 घरों को मंजूरी दी गई है, जो राज्य के गरीब और बेघर लोगों को लाभ पहुंचाने का एक बड़ा कदम है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार की संयुक्त भागीदारी से इन घरों का निर्माण किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत झारखंड के विभिन्न जिलों में गरीब परिवारों को पक्के घर प्रदान किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण 2024 तक लक्ष्य
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण का लक्ष्य 2024 तक हर गरीब परिवार को एक सुरक्षित और स्थायी घर उपलब्ध कराना है। सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है ताकि कोई भी परिवार बिना घर के न रहे। इसके साथ ही सरकार ने लाभार्थियों के लिए घरों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया है, जिससे उन्हें बेहतर जीवन स्तर प्राप्त हो सके।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण की महत्ता
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण न केवल घर उपलब्ध कराती है, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम भी है। जब एक परिवार के पास खुद का घर होता है, तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है। इसके साथ ही यह योजना स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देती है, क्योंकि घर निर्माण के लिए स्थानीय श्रम और सामग्री का उपयोग किया जाता है।
कैसे करें प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लिए आवेदन?
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया बेहद सरल है। लाभार्थी को ग्राम पंचायत या स्थानीय निकाय से संपर्क करना होता है। इसके बाद ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से आवेदन की पुष्टि की जाती है। इसके अलावा, लाभार्थियों की सूची सरकार द्वारा सार्वजनिक की जाती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) देश के ग्रामीण गरीबों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 32,000 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र सौंपने और 46,000 लोगों को चाबियां सौंपने का कदम इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण प्रयास है। यह योजना न केवल बेघर लोगों को घर प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त भी बना रही है। 2024 तक हर गरीब परिवार को घर देने का यह लक्ष्य देश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतरी और विकास का प्रतीक है, जो आने वाले समय में लाखों परिवारों के जीवन को सुधारने में सहायक सिद्ध होगी।
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