भारत में हर पांच में से तीन लोग (63%) कर्ज के लिए आवेदन करते समय अपनी आय को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं, जो कि 39% के वैश्विक औसत से कहीं अधिक है। यह जानकारी FICO द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में सामने आई, जिसमें वित्तीय धोखाधड़ी को लेकर लोगों की राय जानी गई थी। इस सर्वे में करीब 1,000 भारतीय और अन्य 12,000 लोगों से बातचीत की गई, जिनमें कनाडा, अमेरिका, ब्राजील, स्पेन, और अन्य देश शामिल थे।
होम लोन आवेदनों में गलत जानकारी देना सामान्य
सर्वे में पाया गया कि 27% भारतीय जानबूझकर होम लोन या अन्य कर्ज के लिए आवेदन करते समय अपनी आय को गलत तरीके से प्रस्तुत करते हैं। वैश्विक स्तर पर तुलना की जाए तो सिर्फ 15% लोग ऐसा करना सामान्य मानते हैं, जबकि 56% लोग इसे गलत मानते हैं।
बीमा क्लेम में भी होती है गड़बड़ी
बीमा दावों में भी गड़बड़ी की जा रही है, जहां 54% भारतीय मानते हैं कि बीमा क्लेम में हेराफेरी करना सामान्य बात है। पर्सनल लोन के मामले में 33% लोग मानते हैं कि आय को बढ़ा-चढ़ाकर बताना गलत है, जबकि 35% लोग कुछ परिस्थितियों में ऐसा करना सही मानते हैं।
वैश्विक दृष्टिकोण में अंतर
दुनियाभर में 56% लोग कर्ज आवेदनों में आय को बढ़ा-चढ़ाकर बताने को अस्वीकार्य मानते हैं, जबकि केवल 24% लोग कुछ परिस्थितियों में इसे सही ठहराते हैं।
यह सर्वे वित्तीय धोखाधड़ी के प्रति भारतीयों के दृष्टिकोण में सुधार की जरूरत को इंगित करता है। सही जानकारी देना न केवल कानूनी तौर पर सही है बल्कि यह दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता के लिए भी आवश्यक है।
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FAQs
क्या होम लोन के लिए आवेदन करते समय आय बढ़ा-चढ़ाकर बताना सुरक्षित है?
नहीं, होम लोन आवेदन में आय को गलत तरीके से प्रस्तुत करना वित्तीय धोखाधड़ी मानी जाती है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जैसे कि लोन अस्वीकृति या कानूनी कार्रवाई। सही जानकारी देना हमेशा बेहतर होता है।
भारतीयों द्वारा कर्ज के लिए आवेदन करते समय आय बढ़ा-चढ़ाकर बताने के कारण क्या हैं?
कई भारतीय अपनी लोन पात्रता बढ़ाने या अधिक लोन प्राप्त करने के लिए अपनी आय को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं। हालांकि, यह एक जोखिमभरा कदम है जो वित्तीय समस्याओं का कारण बन सकता है।
क्या बीमा क्लेम में गलत जानकारी देना सामान्य है?
सर्वे के अनुसार, 54% भारतीय मानते हैं कि बीमा दावों में गड़बड़ी करना सामान्य है, लेकिन यह कानूनी रूप से गलत है और बीमा क्लेम अस्वीकृति या अन्य कानूनी कार्यवाही का कारण बन सकता है।