Mutual Funds में रिकॉर्ड निवेश! जानें क्यों बढ़ रहा है SIP का क्रेज?

Mutual Fund Investments: अक्टूबर में भारत के mutual fund सेक्टर ने महत्वपूर्ण बढ़त दर्ज की, जहाँ equity mutual funds में 21.69% की मासिक वृद्धि देखी गई, जिससे कुल inflows ₹41,887 करोड़ तक पहुँच गए। Association of Mutual Funds in India (AMFI) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, यह सकारात्मक रुझान जारी रहा और open-ended equity funds ने लगातार 44वें महीने inflows हासिल किए, जो कि निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।

Equity Segments में मजबूत वृद्धि

निवेशकों का रुझान सभी equity segments में उच्च बना रहा, जिसमें small-cap, mid-cap, और large-cap funds में शानदार inflows दर्ज किए गए। Large-cap funds ने सबसे अधिक उछाल देखा, जिनमें inflows लगभग दोगुने होकर ₹3,452 करोड़ तक पहुँच गए। Mid-cap funds ने भी 50% की बढ़ोतरी की, जिससे ₹4,683 करोड़ का net investment हुआ। Small-cap funds ने ₹3,772 करोड़ का inflow आकर्षित किया, जो पिछले महीने से 23% की वृद्धि दर्शाता है। यह steady inflow, Indian equities के प्रति निवेशकों के सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।

Hybrid Mutual Funds में महत्वपूर्ण वृद्धि

Hybrid fund segment ने जबरदस्त वृद्धि दर्ज की, जहाँ अक्टूबर में ₹16,863.3 करोड़ का inflow हुआ, जो कि सितंबर में ₹4,901 करोड़ से कहीं अधिक था। Hybrid funds उन निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं जो equity और debt assets में diversified exposure चाहते हैं।

Fixed-Income और Sectoral Funds में मिश्रित प्रदर्शन

Fixed-income mutual funds में भी महत्वपूर्ण बदलाव देखे गए। Liquid funds ने अक्टूबर में ₹83,863.3 करोड़ का inflow दर्ज किया, जो सितंबर के ₹72,666 करोड़ के outflow से एक बड़ी वापसी है। यह बदलाव liquid funds की short-term cash management में आकर्षण को दर्शाता है। हालांकि, credit risk funds में लगातार outflows जारी रहे, हालांकि यह सितंबर के ₹484 करोड़ से घटकर ₹357.8 करोड़ पर आ गए।

दूसरी ओर, sectoral और thematic mutual funds ने अक्टूबर में ₹12,278.8 करोड़ का inflow देखा, जो सितंबर के ₹13,255 करोड़ से थोड़ा कम था। Corporate bond funds में ₹4,644.4 करोड़ का steady inflow बना रहा। हालांकि, dividend yield mutual funds में sharp decline हुआ, जहाँ flows ₹532.8 करोड़ पर पहुँच गए, जो पिछले महीने के ₹1,530 करोड़ से काफी कम था।

Tax-Saving और NFO Segments में महत्वपूर्ण बदलाव

Tax-saving segment में Equity Linked Savings Schemes (ELSS) ने पिछले महीने के ₹349 करोड़ के outflow के बाद ₹362 करोड़ का सकारात्मक net inflow देखा। हालांकि, New Fund Offers (NFOs) में तेज गिरावट रही, जहाँ inflows सितंबर के ₹14,575 करोड़ से घटकर अक्टूबर में ₹6,078 करोड़ रह गए।

SIP Investments में रिकॉर्ड-हाई योगदान

अक्टूबर में Systematic Investment Plans (SIPs) के लिए यह एक शानदार महीना रहा। Mutual fund industry ने ₹25,322.74 करोड़ का रिकॉर्ड-हाई SIP योगदान देखा, जो सितंबर के ₹24,508.73 करोड़ से अधिक था। Total SIP AUM ने ₹13,30,429.83 करोड़ का नया मील का पत्थर हासिल किया, जो कि लंबी अवधि के disciplined investment में निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, सक्रिय SIP accounts की संख्या भी सितंबर के 9,87,44,171 से बढ़कर अक्टूबर में 10,12,34,212 तक पहुँच गई, जो निवेशकों की मजबूत भागीदारी और भरोसे को दिखाती है।

AMFI का भारत के Equity Market पर दृष्टिकोण

ITI Mutual Fund के Acting CEO हितेश ठक्कर ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर विश्वास जताया और कहा, “हमें भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा है, और अन्य emerging markets की तुलना में India’s equity market अच्छा रिटर्न देगा।” उन्होंने कमजोर घरेलू कमाई और कैपिटल-इंटेंसिव सेक्टर्स के लिए सरकारी खर्च में देरी जैसी short-term volatility को स्वीकार किया, लेकिन दीर्घकालिक विकास की संभावनाओं पर जोर दिया और निवेशकों को equity investments में 3-5 साल की अवधि तक बने रहने की सलाह दी।

AUM में वृद्धि, निवेशकों का भरोसा बरकरार

कुल मिलाकर, mutual funds के total Assets Under Management (AUM) में अक्टूबर में वृद्धि दर्ज की गई और यह ₹67.25 लाख करोड़ तक पहुँच गया, जो सितंबर के ₹67.09 लाख करोड़ से अधिक था। भारत का mutual fund क्षेत्र मजबूत बना हुआ है, जो equity, hybrid और SIP investments में उच्च inflows से समर्थित है। ठक्कर के अनुसार, लंबी अवधि के नजरिये से निवेश करने वाले निवेशकों को भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि का लाभ मिलने की संभावना है, भले ही बाजार में निकट-अवधि में चुनौतियाँ हों।

संक्षेप में, लगातार inflows और SIP investments में unprecedented वृद्धि के साथ, भारतीय mutual fund industry उन लोगों के लिए एक लोकप्रिय निवेश साधन बना हुआ है जो एक व्यवस्थित और लंबी अवधि के तरीके से संपत्ति निर्माण करना चाहते हैं।

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FAQs

Mutual Funds में अक्टूबर 2024 में इतनी बड़ी वृद्धि का कारण क्या है?

अक्टूबर 2024 में Mutual Funds में बड़ी वृद्धि का मुख्य कारण equity funds, hybrid funds, और liquid funds में निवेशकों का बढ़ता रुझान है। भारतीय अर्थव्यवस्था में विश्वास और लंबी अवधि के लिए अच्छे रिटर्न की संभावना से निवेशकों का विश्वास Mutual Funds की ओर बढ़ा है।

Systematic Investment Plan (SIP) में निवेश क्यों बढ़ रहा है?

SIP में निवेश की बढ़ती लोकप्रियता का कारण इसका disciplined और लंबी अवधि का निवेश तरीका है। SIP निवेशकों को नियमित रूप से निवेश करने का मौका देता है, जिससे वे बाजार के उतार-चढ़ाव से लाभ उठा सकते हैं। अक्टूबर में SIP निवेश ने रिकॉर्ड ऊँचाई हासिल की, जो कि निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है।

क्या Mutual Fund में अभी निवेश करना सही रहेगा?

विशेषज्ञों के अनुसार, Mutual Funds में निवेश लंबे समय के लिए फायदेमंद हो सकता है। भारत की अर्थव्यवस्था और बाजार में संभावनाओं को देखते हुए निवेशकों को कम से कम 3-5 साल के नजरिए से equity mutual funds में निवेश करना चाहिए।

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