Home Loan without Salary: नौकरी न होने पर भी आसानी से पाएं होम लोन, जानिए वित्त मंत्रालय का नया नियम!

Home Loan without Salary: जिन लोगों को होम लोन चाहिए, उनके लिए यह सवाल होता है कि कितना लोन मिलेगा और कैसे मिलेगा। वहीं जिन लोगों ने होम लोन लिया है, उनके लिए यह सवाल होता है कि कैसे और कब तक इसे चुकाना है। इन दोनों वर्गों के लोग हर महीने अपने होम लोन की गणना करते हैं। होम लोन के लिए आपकी नौकरी या व्यवसाय को प्राथमिकता दी जाती है। नौकरी न होने पर अक्सर लोन को नकार दिया जाता है, जिससे ऐसे लोगों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है। लेकिन अब उनके लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय की ओर से एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आई है।

CIBIL स्कोर और होम लोन की कठिनाई

किसी भी प्रकार के लोन के लिए संबंधित व्यक्ति का CIBIL स्कोर चेक किया जाता है, जो उसकी आर्थिक स्थिरता (Financial Stability) को दर्शाता है। संबंधित व्यक्ति ने पहले लिया हुआ लोन, उसकी समय पर की गई Repayment, उसमें कोई अनियमितता नहीं होना, जैसी बातें CIBIL स्कोर को प्रभावित करती हैं। लेकिन नौकरी न होने पर होम लोन की Repayment करने की क्षमता साबित करना मुश्किल हो जाता है, इसलिए उन्हें अक्सर होम लोन नहीं मिलता। अब वित्त मंत्रालय इस समस्या को हल करने के लिए एक महत्वपूर्ण सुधार पर काम कर रहा है।

वित्त मंत्रालय का नया सुधार

वित्तीय सेवा सचिव Vivek Joshi ने Financial Express को बताया कि वित्त मंत्रालय इस संबंध में प्रावधानों पर काम कर रहा है। छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए इस साल के बजट में इस बारे में घोषणा की गई है। इसके अनुसार, अब सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक खुद अपने तरीके से MSMEs का क्रेडिट स्कोर तय करेंगे, बजाय बाहरी आकलन के। इसलिए अब बैंक MSMEs का क्रेडिट स्कोर उनकी बैलेंस शीट के आधार पर नहीं, बल्कि उनके डिजिटल लेन-देन के आधार पर तय करेंगे।

सामान्य नागरिकों के लिए भी इसी तरह की सुविधा

सामान्य नागरिकों के लिए भी इसी तर्ज पर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वित्त मंत्रालय काम कर रहा है, ऐसा Vivek Joshi ने कहा। जो लोग नौकरी में नहीं हैं और जिनका क्रेडिट स्कोर तय करना मुश्किल होता है, उन्हें इस सुविधा का लाभ मिलेगा।

कैसे काम करेगी यह सुविधा?

“छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए की गई घोषणा की तरह ही हम हाउसिंग सेक्टर के लिए भी ऐसी ही सुविधा देने के लिए काम कर रहे हैं। फिलहाल, जिनके पास नौकरी है या जो आयकर रिटर्न भरते हैं, केवल उन्हें ही अधिकृत बैंकों से होम लोन मिलता है। जिनके पास ये दस्तावेज नहीं हैं, उनके क्रेडिट स्कोर को तय करने के लिए बैंक उनके डिजिटल लेन-देन का आकलन कर सकेंगे,” ऐसा Vivek Joshi ने बताया।

नए नियम का आपको फायदा

मान लो आप एक Freelancer हैं या एक Blogger और Youtuber। ऐसे समय आपको एक सैलरी नहीं मिलती। जबकि आपकी इनकम तो अच्छी होती है, लेकिन फिर भी बैंक आपको होम लोन नहीं देगी क्योंकि यह रुल्स के खिलाफ है। लेकिन अब इस नए नियम के साथ चाहे आप नौकरी करते हों या नहीं, अगर आपकी कमाई है तो आपको होम लोन मिलेगा। यह फैसला सच में काबिले तारीफ है।

छोटे बिजनेस करने वालों की मिलेगा अब आसान लोन

“मान लीजिए कोई व्यक्ति दुकान में चाय और समोसा बेचता है। बैंक को पता है कि उस व्यक्ति का व्यवसाय अच्छा चल रहा है, लेकिन नियमों के अनुसार बैंक उसे क्रेडिट नहीं दे सकती। ऐसे में संबंधित दुकानदार बैंक को अपने बैंक खाता विवरण और बिजली बिल जैसे दस्तावेज दिखा सकता है। इसके बाद बैंक उस व्यक्ति को 5 लाख, 10 लाख या उस प्रकार का लोन दे सकती है। इससे अधिक से अधिक छोटे और मध्यम उद्योगों को लोन मिल सकता है,” ऐसा Vivek Joshi ने बताया।

बाहरी क्रेडिट रेटिंग की आवश्यकता को कम करना

“फिलहाल बैंक ऐसे उद्योगों से बाहरी संस्थाओं के माध्यम से उनका क्रेडिट स्कोर रिपोर्ट तैयार करने को कहते हैं। यह काम उनके लिए महंगा साबित होता है,” उन्होंने कहा। इसलिए, बैंक अपनी आंतरिक रेटिंग प्रणाली का उपयोग कर MSMEs का क्रेडिट आकलन करेंगे और बाहरी क्रेडिट रेटिंग की आवश्यकता को कम करेंगे।

यह पोस्ट पढे: Budget 2024 & Home Loan: सरकार के इन फैसलों से सस्ते होंगे होम लोन!

Leave a Comment