Personal Loan: पर्सनल लोन लेते समय ये छिपे हुए खर्चे जानना क्यों है जरूरी?

Personal Loan: पर्सनल लोन को अक्सर त्वरित नकदी प्राप्त करने का सबसे आसान तरीका माना जाता है, खासकर जब आपको किसी आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है। चाहे वह चिकित्सा आपातकाल हो, शादी हो, या फिर छुट्टी की योजना बनानी हो, भारत में पर्सनल लोन काफी लोकप्रिय हो गए हैं। इसकी वजह है तेज़ स्वीकृति प्रक्रिया और कम दस्तावेज़ीकरण। लेकिन, ये लोन जितने आसान और सीधे दिखते हैं, उतने ही जटिल खर्चे भी इनसे जुड़े होते हैं।

अधिकांश लोग पर्सनल लोन लेते समय केवल ब्याज दर पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हालांकि, कई लोग यह समझने में असफल रहते हैं कि इसमें कई अतिरिक्त शुल्क शामिल होते हैं, जो कुल लोन लागत को बढ़ा सकते हैं। इस लेख में हम उन छिपे हुए खर्चों जैसे प्रसंस्करण शुल्क, पूर्व-भुगतान शुल्क और अन्य छोटे-छोटे खर्चों पर चर्चा करेंगे, ताकि आप पर्सनल लोन लेने से पहले सही जानकारी प्राप्त कर सकें।

1. प्रोसेसिंग फी

प्रोसेसिंग फी पर्सनल लोन में सबसे आम छिपा हुआ खर्च होता है। लगभग सभी बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFCs) इस शुल्क को आपके लोन आवेदन को प्रोसेस करने के लिए वसूलते हैं। यह शुल्क आमतौर पर लोन राशि का 1% से 3% होता है, हालांकि कुछ ऋणदाता एक निश्चित राशि भी चार्ज कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि आप ₹5 लाख का लोन लेते हैं और 2% प्रोसेसिंग फी लागू होती है, तो आपको अतिरिक्त ₹10,000 भुगतान करना होगा। यह शुल्क छोटे लोन के लिए कम हो सकता है, लेकिन बड़े लोन में यह आपकी कुल लागत को बढ़ा सकता है।

कुछ डिजिटल बैंक या ऋणदाता “शून्य प्रोसेसिंग फी” का विज्ञापन करते हैं, लेकिन यह ध्यान देना जरूरी है कि अन्य शुल्क अधिक हो सकते हैं, इसलिए हमेशा शर्तों को ध्यान से पढ़ें।

2. पूर्व-भुगतान और फोरक्लोज़र फी (Prepayment and Foreclosure Charges)

यदि आप अपने लोन को जल्दी चुकाने की योजना बनाते हैं, तो यह ब्याज बचाने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। हालांकि, अधिकांश ऋणदाता इस पर पूर्व-भुगतान या फोरक्लोज़र शुल्क लगाते हैं, जो बकाया लोन राशि का 2% से 5% तक हो सकता है।

उदाहरण के लिए, यदि आपने ₹3 लाख का पर्सनल लोन लिया है और दो साल बाद इसे बंद करने का फैसला किया, तो आपको 3% फोरक्लोज़र फी के रूप में ₹9,000 अतिरिक्त भुगतान करना पड़ सकता है। यह एक ऐसा छिपा हुआ खर्च है जो कई बार उधारकर्ताओं को चौंका देता है।

3. देर से भुगतान पर जुर्माना (Late Payment Penalties)

देर से भुगतान करने पर भारतीय ऋणदाता आमतौर पर बकाया राशि का 2% से 4% तक जुर्माना लगाते हैं। यह जुर्माना आपके EMI के अलावा अतिरिक्त बोझ डाल सकता है।

उदाहरण के लिए, यदि आपकी मासिक EMI ₹10,000 है और आप देरी से भुगतान करते हैं, तो 3% जुर्माने के साथ आपको अतिरिक्त ₹300 भुगतान करने पड़ सकते हैं। बार-बार देर से भुगतान करने पर ये जुर्माने बहुत ज्यादा हो सकते हैं और आपकी क्रेडिट स्कोर पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

4. वस्तु एवं सेवा कर (GST)

भारत में, पर्सनल लोन से जुड़े कई शुल्कों पर 18% GST लागू होता है। इसमें प्रसंस्करण शुल्क, पूर्व-भुगतान शुल्क और अन्य सेवाओं पर GST शामिल होता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका प्रसंस्करण शुल्क ₹10,000 है, तो आपको GST के रूप में ₹1,800 अतिरिक्त भुगतान करना होगा, जिससे कुल शुल्क ₹11,800 हो जाएगा।

5. लोन पर बीमा प्रीमियम

कई ऋणदाता पर्सनल लोन पर बीमा पॉलिसी की पेशकश करते हैं, जो अप्रत्याशित परिस्थितियों में आपके लोन को कवर करती है। यह बीमा प्रीमियम भी आपके लोन की कुल लागत में जुड़ जाता है, और इस पर भी ब्याज देना पड़ता है।

उदाहरण के लिए, यदि आप ₹5 लाख का लोन लेते हैं और बीमा प्रीमियम ₹10,000 है, तो इस पर ब्याज के साथ आपकी कुल चुकौती राशि और भी बढ़ सकती है।

6. अन्य अतिरिक्त शुल्क

कुछ ऋणदाता लोन प्रबंधन शुल्क, वार्षिक रखरखाव शुल्क या दस्तावेज़ शुल्क जैसे अन्य छोटे-मोटे शुल्क भी लेते हैं। ये सभी शुल्क आपकी लोन लागत को अप्रत्याशित रूप से बढ़ा सकते हैं।

तो मुद्दे की बात यह है की…

पर्सनल लोन लेना आपकी तात्कालिक वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने का एक आसान तरीका हो सकता है, लेकिन यह ज़रूरी है कि आप केवल ब्याज दर के बजाय सभी छिपे हुए शुल्कों पर ध्यान दें।प्रोसेसिंग फी से लेकर पूर्व-भुगतान शुल्क तक, इन सभी खर्चों को समझने के बाद ही कोई भी निर्णय लें।

इसलिए, जब भी आप पर्सनल लोन लेने का निर्णय करें, तो अपने ऋणदाता से सभी खर्चों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें और लोन समझौते को ध्यान से पढ़ें। इससे आप अप्रत्याशित खर्चों से बच सकते हैं और आपका लोन सही तरीके से प्रबंधित हो सकेगा।

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Frequently Asked Questions

पर्सनल लोन के प्रोसेसिंग फी क्या होती हैं?

पर्सनल लोन के प्रोसेसिंग फी लोन आवेदन को प्रोसेस करने के लिए बैंक या NBFC द्वारा वसूले जाते हैं। यह आमतौर पर लोन राशि का 1% से 3% होता है, जो आपकी कुल लोन लागत को बढ़ा सकता है।

क्या पर्सनल लोन जल्दी चुकाने पर कोई अतिरिक्त शुल्क लगता है?

हाँ, यदि आप पर्सनल लोन को जल्दी चुकाते हैं, तो कई ऋणदाता पूर्व-भुगतान या फोरक्लोज़र शुल्क लेते हैं। यह शुल्क बकाया लोन राशि का 2% से 5% तक हो सकता है।

पर्सनल लोन में देर से भुगतान करने पर क्या होता है?

पर्सनल लोन की EMI समय पर न चुकाने पर 2% से 4% तक का जुर्माना लग सकता है। यह जुर्माना आपकी मासिक लागत को बढ़ा सकता है और आपकी क्रेडिट स्कोर को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

पर्सनल लोन पर कौन-कौन से चार्ज पर GST लगता है?

भारत में पर्सनल लोन के प्रसंस्करण शुल्क, पूर्व-भुगतान शुल्क और अन्य सेवाओं पर 18% GST लागू होता है, जो आपकी लोन लागत को और बढ़ा सकता है।

क्या पर्सनल लोन के लिए बीमा लेना अनिवार्य होता है?

कुछ ऋणदाता पर्सनल लोन पर बीमा की पेशकश करते हैं, लेकिन यह अनिवार्य नहीं होता। बीमा प्रीमियम लोन की कुल राशि में जोड़ दिया जाता है, जिससे आप उस पर भी ब्याज देते हैं, इसलिए पहले से इसकी ज़रूरत को समझें।

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